काशी के विश्वप्रसिद्ध महामूर्ख मेले, उलूक महोत्सव के संयोजक और प्रसिद्ध साहित्यकार और कवि पं. धर्मशील चतुर्वेदी का 11 फ़रवरी 2017 को निधन हो गया। फेफड़े में संक्रमण के चलते पांच दिन पहले उन्हें बीएचयू के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। वह 83 वर्ष के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक जताया।
वह शहर की साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था शनिवार गोष्ठी के अध्यक्ष थे। इस संस्था के बैनर तले काशी की जीवंतता से लोगों को परिचित कराने के लिए कई संदेशपरक और रोचक आयोजनों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। वह पहली अप्रैल को राजेंद्र प्रसाद घाट पर होने वाले महामूर्ख मेला, नागरी प्रचारिणी सभा में होने वाले उलूक महोत्सव जैसे आयोजनों के संयोजक थे। अस्पताल में अंतिम समय उनके पास मौजूद रहे हास्य कवि सांड़ बनारसी ने बताया कि वह काशी के अक्खड़पन और मस्ती के पर्याय थे।
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